लखनऊ। बैंक संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के आवाह्न पर 24 एवं 25 मार्च को होने वाली देशव्यापी बैंक हड़ताल के पूर्व आज अनेक राष्ट्रीयकृत बैंकों के मुख्य कार्यालयों पर सायंकाल बैंक कर्मियों ने अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन व सभाएं की।
फोरम के जिला संयोजक अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि बैंककर्मियों ने पांच दिवसीय बैंकिंग कार्य सप्ताह करने, अस्थाई कर्मचारियों को नियमित करने, सभी संवर्ग में पर्याप्त भर्ती करने, ग्रेच्युटी सीमा 25 लाख करने, स्थाई नौकरियों की आउटसोर्सिंग बंद करने आदि मांगों हेतु प्रदर्शन एवं सभाएं की।
प्रदर्शन को वाई के अरोड़ा, अजय पाण्डेय, अनिल गौतम, एस के संगतानी, लछमण सिंह, मन मोहन दास, वी के माथुर, एस डी मिश्रा, संदीप सिंह, राजीव सेंगर, बी डी पाण्डेय, मनीष कांत, शकील अहमद, आर एन शुक्ला, ललित श्रीवास्तव, आशुतोष वर्मा, शिव कुमार सिंह, अभिषेक श्रीवास्तव, एम जेड हसन, बृजेश तिवारी, नंदू त्रिवेदी, अभिषेक तिवारी, करूणेश शुक्ला, कीर्तिवर्धन, अंकुर अग्रवाल, प्रभाकर कुशवाहा, तारकेश्वर चौहान, आकाश शर्मा आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार और आई.बी.ए. द्वारा हमारी मांगे जल्दी पूरी न किए जाने पर हम लंबे संघर्ष के लिए तैयार हैं.
आज के प्रदर्शन में स्टेट बैंक मुख्य शाखा; गोमती नगर स्थित बैंक ऑफ़ इंडिया, बैंक ऑफ़ बडौदा, यूनियन बैंक, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक; हजरतगंज स्थित इंडियन बैंक और जानकीपुरम स्थित पंजाब एंड सिंध आदि बैंकों के जोनल व रीजनल कार्यालयों के सम्मुख हजारों बैंककर्मियों ने प्रदर्शन किया.
मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने बताया कि दो दिवसीय देशव्यापी बैंक हड़ताल के पूर्व 21 मार्च को सायंकाल बैंककर्मियों की रैली स्टेट बैंक, हेड आफिस से इंडियन बैंक, हजरतगंज तक आयोजित की गई है।